अंजीर (Fig) का पौधा कैसे लगाएँ और इसकी देखभाल कैसे करें?
अंजीर (Fig) एक स्वादिष्ट और सेहतमंद फल है, जिसे ताजा और सूखा दोनों रूपों में खाया जाता है। यह फाइबर, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है और घर पर उगाना भी आसान है। आप इसे गमले या बगीचे में लगाकर आसानी से उगा सकते हैं।
1. अंजीर लगाने का सही समय
- सबसे अच्छा समय: फरवरी से अप्रैल और जुलाई से सितंबर (बरसात के बाद)।
- सर्दियों में पौधा लगाने से बचें, क्योंकि ठंड में नया पौधा कमजोर हो सकता है।
- मिट्टी नम हो लेकिन पानी से भरी न हो, तभी पौधा लगाएँ।
2. अंजीर लगाने का तरीका
स्थान का चयन:
- पौधे को 5-7 घंटे की सीधी धूप मिले, ऐसी जगह चुनें।
- गमला या जमीन, दोनों जगह उगा सकते हैं।
मिट्टी की तैयारी:
- भुरभुरी, जल-निकासी वाली और पोषक मिट्टी का उपयोग करें।
- मिश्रण: 40% बगीचे की मिट्टी + 30% गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट + 20% रेत + 10% नीम खली/सरसों खली।
रोपण विधि:
- पौधे को 1–1.5 फीट गहरे गड्ढे या 16-18 इंच चौड़े और गहरे गमले में लगाएँ।
- पानी देकर 4-5 दिन तक छायादार स्थान पर रखें, फिर धूप में रखें।
3. अंजीर की लोकप्रिय किस्में
- पुणे अंजीर (Pune Fig) – व्यापार और बगीचे के लिए।
- ब्राउन टर्की (Brown Turkey) – गमले के लिए उपयुक्त।
- दौफिन (Dauphine) – मीठा और जल्दी फलने वाला।
- ब्लैक मिशन (Black Mission) – स्वादिष्ट और रसीला।
4. अंजीर के पौधे की देखभाल और खाद
सिंचाई (Watering):
- गर्मियों में सप्ताह में 2-3 बार पानी दें।
- बरसात में सिर्फ जरूरत के अनुसार पानी दें।
- पानी का जमाव न होने दें, जड़ें सड़ सकती हैं।
कटाई-छंटाई (Pruning):
- सर्दियों के अंत में सूखी और बीमार टहनियों को काटें।
- गमले में लगे पौधे को झाड़ीदार रखने के लिए समय-समय पर हल्की छंटाई करें।
खाद (Fertilizer):
- हर महीने वर्मीकम्पोस्ट या गोबर की खाद डालें।
- हर 2-3 महीने में 100 ग्राम नीम खली या सरसों खली डालें।
- फल आने से पहले फॉस्फोरस और पोटाश युक्त खाद (जैसे केले के छिलके की खाद) डालें।
5. सावधानियाँ (Precautions):
- गमले में लगे पौधे को हर 2-3 साल में रिपॉटिंग करें।
- अधिक पानी देने से बचें, जल-जमाव न हो।
- फलियों पर कीट लगें तो नीम तेल या घरेलू कीटनाशक का छिड़काव करें।
निष्कर्ष:
अंजीर का पौधा सही समय और देखभाल के साथ लगाने पर साल भर ताजा और सेहतमंद फल दे सकता है। यह पौधा गमले या बगीचे दोनों में आसानी से उगता है और थोड़ी-सी देखभाल से लंबे समय तक फल देता है।
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